डिप्रेशन क्यों होता है? इसका मतलब किया है इसका पक्का इलाज
डिप्रेशन क्यों होता है? दोस्तो आज हम आपको बताएंगे कि क्यों हो जाता है तनाव और इस तनाव को किस तरह से दूर किया जाए। इन दिनों अधिकांश लोग डिप्रेशन यानी की अवसाद से ग्रस्त हो रहे हैं। भागदौड़ भरी जिंदगी में तरह तरह के तनाव से हर दूसरा व्यक्ति घिरा है। इन सबके बीच इन्सान का मानसिक रूप से पूरी तरह से स्वस्थ रहना मुश्किल हो जाता है।
डिप्रेशन का मतलब क्या होता है
डिप्रेशन से बचने के लिए उसे दूर करने का प्रयास करना बेहद जरूरी है। मन की उदासी, रोना डिप्रेशन में होने वाली टाइप्स है। डिप्रेशन यंग लोगों में तेजी से बढ़ रहा है। कई बार लोग डिप्रेशन के लक्षण को नहीं पहचान पाते हैं और बीमारी बढ़ जाती है। सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि डिप्रेशन के लक्षण क्या है।
डिप्रेशन का लक्षण
मन की उदासी रहना डिप्रेशन में होने वाली उदासी है। आम जिंदगी में कभी कभार होने वाली उदासी से अलग होती है। इसके अलावा डिप्रेशन में काम में मन न लगना बार बार रोना आना नींद ना आना और भूख न लगने जैसी दिक्कतें भी अक्सर देखने को मिलती हैं। कई बार मरीज को अपने आपको नुकसान पहुंचाने के खयाल भी आते हैं।
क्या डिप्रेशन का इलाज है
इलाज के तौर पर मनो विशेषज्ञों की सलाह लेने और अन्य दवाइयों का सेवन करने के बजाय पहले इन घरेलू तरीकों को आजमा कर देखें जो आसानी से डिप्रेशन जैसी समस्याओं का निराकरण करने में सक्षम है। तो चलिए बताते हैं किस तरह से आप डिप्रेशन से यानी तनाव से मुक्ति पा सकते है।
20-30 मिनट शारीरिक व्यायाम करें
चलना या फिर दौड़ना या फिर उठना बैठना इस तरह का व्यायाम भी कर सकते हैं। इससे आपके दिमाग को सोचने का वक्त मिलेगा मेडीटेशन कीजिए ध्यान लगाइए राहत भरा संगीत सुनिए 10 से 20 मिनट तक आँखें बंद करके शांति का अनुभव कीजिए। गहरी साँस लीजिए दिमाग को शांत करें और तनाव भरी बातें दिमाग से निकाल दें।
अखबार पढ़ें या किसी से बात करें
अपनी भावनाओं को कागज पर लिखने से या किसी से बात करने पर आप ही जान पाएंगे कि आपके तनाव के कारण क्या है। कुछ भोजन ऐसे हैं जो हमारे शरीर को तनाव से लड़ने की शक्ति देते हैं।
डिप्रेशन में क्या खाना चाहिए?
जैसे संतरे दूध व सूखे मेवे में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है जो हमारे दिमाग को शक्ति प्रदान करती है। आलू में विटामिन बी समूह के विटामिन काफी मात्रा में होते हैं जो हमें चिंता और खराब मूड का मुकाबला करने में सहायता देती है।
चावल मछली फलियां और अनाज में विटामिन बी होता है जो दिमागी बीमारियों और अवसाद को दूर रखने में सहायक है। हरी पत्ते वाली सब्जियों गेहूं सोयाबीन मूंगफली आम्र केले में मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है जो हमारे शरीर को तनाव से लड़ने में सहायता देती है।
विशेषज्ञों के अनुसार तनाव की स्थिति में थोड़ा थोड़ा करके कई बार खाना तनाव को दूर भगाने में सहायक होता है। इससे उन लोगों को भी सहायता मिल सकती है जो तनाव की स्थिति में अतिरिक्त खाने के आदी हैं। थोड़ा थोड़ा खाने से शरीर को शक्ति मिलती रहती है।
दोस्तो हल्दी और नींबू आपके लिए बेहद कारगर साबित हो सकते हैं। इस समस्या में एन्टी ऑक्सीजन तथा एंटीबायोटिक और एंटी डिप्रेशन तत्वों से भरपूर है जिसका फायदा आपको डिप्रेशन से निजात पाने में मिलेगा।
डिप्रेशन का घरेलू उपाय
एक जग में चार कप पानी लेकर इसमें एक नीबू का रस दो बड़े चम्मच हल्दी पाउडर चार बड़े चम्मच शहद मिलाकर इन्हें अच्छी तरह से मिक्स करें। इस मिश्रण का सेवन अपनी सुविधानुसार करें। आप चाहें तो इसे दिन में दो या तीन बार ले सकते हैं इसका सेवन करना आपके डिप्रेशन को जादुई तरीके से कम करता है।
इसके अलावा सामाजिक रूप से सक्रिय रहना आपको व्यस्त भी बनाए रखेगा और तनाव के कारण की ओर से आपका ध्यान भी बांटेगा। इससे आप नकारात्मकता के शिकार ना होकर अपनी ऊर्जा का सही उपयोग कर पाएंगे। कुछ समय में आप सकारात्मकता का अनुभव करेंगे।
डिप्रेशन का पक्का इलाज क्या है?
तनावग्रस्त होने पर अपनी नींद का पूरा ध्यान रखें कम से कम आठ घंटे की नींद जरूर लें। नींद पूरी होगी तो दिमाग को आराम मिलेगा और वे बगैर तनाव के बेहतर तरीके से कार्य करेगा। छोटे मोटे तनाव के लिए नींद एक बेहतरीन इलाज है। सुबह के समय या फिर जब भी आप सहज हो हल्की धूप जरूर लें। इससे आपका मन और मस्तिष्क को आराम मिलेगा और तनाव भी दूर होता है।
Note: अगर फिर भी आपका तनाव दूर नहीं होता है तो आप बिना देर किए डॉक्टर से मिलें और अपना प्रोपर इलाज कराएं तो हमें उम्मीद है हमारे द्वारा दी गई ये जानकारी आपके लिए लाभदायक होगी इसलिए जानकार ये हम आपके लिए आगे मिलाते हैं।
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